India News (इंडिया न्यूज़),Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा मामले में मुख्य सचिव ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को मजिस्ट्रेट जांच के लिए नियुक्त करते हुए 15 दिन में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब किया है। गौरतलब है कि 2 दिन पहले हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हमला पथराव और आगजनी की घटना हुई थी। इस घटना में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि दीपक रावत फिलहाल छूट्टी पर बताए जा रहे है।
पूरे मामले का जयजा नैनीताल की डीएम वंदना सिंह लिया है और इसपर बात करते हुए उन्होंने कहा कि शहर का कर्फ्यू सुबह 10 बजे से हटा दिया गया। हालांकि बनफूलपूर का कर्फ्यू अब भी अगले आदेश तक लगा रहेगा। अधिकारियों ने यहां बताया कि दंगाइयों को देखते ही गोली मानरे के निर्देश दिए गए हैं। घटना के लिए जिम्मेदार 4 लोगों को गिरफतार कर लिया गया जबकि अन्य की खोज जारी है।
इस घटना में 6 दंगाइयों की मौत हुई है। साथ ही साथ घटना में एक पत्रकार समेत सात घायलों का शहर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। जिनमें से 3 की हालत नाजुक बताई जा रही है। अस्पतालों में भर्ती कराए गए तकरीबन 60 घायलों में ज्यादातर की अब छुट्टी हो गई है।
हल्द्वानी हिंसा पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि प्रशासन के निर्देशानुसार अतिक्रमण विरोधी अभियान चल रहा है। कल जब प्रशासन अवैध संपत्ति को तोड़ने की कोशिश कर रहा था, तो यह हिंसा भड़क गई और महिला अधिकारियों सहित हमारे पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया और उन पर पथराव किया गया। यह बेहद निंदनीय है।
सीएम धामी ने आगे कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है यहां ऐसा कभी नहीं हुआ। कुछ लोगों ने देवभूमि में माहौल खराब करने की कोशिश की है और कानून अपने हाथ में ले लिया है। पत्रकारों पर भी हमला किया गया, उनके कैमरे तोड़ दिए गए। सार्वजनिक संपत्तियों को जला दिया गया। सीएम ने कार्रवाई को लेकर कहा कि वीडियो फुटेज की जांच की जाएगी। अपराधियों को छोड़ा नहीं जायेगा पुलिस अपना काम कर रही है। अपराधियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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