India News (इंडिया न्यूज़), Arun Chahal, Amroha News: खबर उत्तर प्रदेश के अमरोहा से है जहां नशेड़ी पति की पिटाई से दुखी हो कर थोड़ी ससुराल तानों की वजह से मैं कभी टूटा अमरोहा को बनाया नया ठिकाना ई-रिक्शा से चला रही जिंदगी का पहिया प्यास कहती है चलो रेत निचोड़ी जाए अपने हिस्से में समंदर नहीं आने वाला। मैराज फैजाबादी की ये पंक्तिया अमरोहा में बेटी को पेट पर बांधकर अपनी जिंदगी की पथरीली राहों की तरह सड़क पर मजबूरी का ई-रिक्शा चला रही पूजा पर एकदम सटीक बैठ रही हैं।
मासूम बेटी को कमर से बांधकर मां मुफलिसी का तिलिस्म तोड़ने निकली। शराबी पति से परेशान होकर एक मां ने 30 हजार रूपए ब्याज पर लेकर खरीदा पुराना ई-रिक्शा, फिर मायके से भी दूर अमरोहा में आकर बेटी को साथ लेकर बेटी को अच्छी पढ़ाई के लिए सजाया एक मां ने आंखों में सपना पूरा करने के लिए अमरोहा की सड़कों पर बैटरी रिक्शा चला रही है।
दरअसल अमरोहा की सड़कों पर ब्याज पर पैसे लेकर एक मां ने अपनी बेटी को पढ़ाने का सपना देखा और उसे अच्छा अधिकारी बनाने की अभी से जद्दोजहद में जुट गई। नशेड़ी पति की पिटाई से दुखी हो कर छोड़ी ससुराल, तानों की वजह से मायका भी छूटा अमरोहा को नया ठिकाना बना कर अब रिक्शा चला रही जिंदगी का पहिया। अमरोहा में नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रही मूल रूप से मुरादाबाद के थाना भोजपुर की गांव श्यामपुर की रहने वाली पूजा की शादी 2016 में हुई थी।
दुर्भाग्य से उसे नसेड़ी पति मिल गया उसने बताया कि शादी के कुछ समय बाद ही पति ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया, फिर बेटी ख्वाहिश ने जन्म लिया। इसके बाद ससुराल में मारपीट का सिलसिला थमा नहीं बल्कि बढ़ता गया। कई साल तक पति व ससुरालियों की प्रताड़ना झेलने के बाद वह बेटी को लेकर मायके पहुंच गई। कुछ समय मायके में रुकी तो वहां लोग तरह-तरह के ताने सुनाने लगे फिर मायके से भी दूर अपना नया ठिकाना अमरोहा बनाया और अब 3 साल की बेटी को लेकर यहां पहुंच गई।
कोई उसके चरित्र पर सवाल ना उठाए इसलिए उसने नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश करते हुए ई रिक्शा चलाकर पेट भरने का निर्णय लिया। ब्याज पर कर्ज लेकर 30 हज़ार में खरीदा पुराना रिक्शा बेटी को गले से लगाकर ई-रिक्शा से कर रही है महिला गुजर-बसर।