India News(इंडिया न्यूज़),Swami Prasad Maurya Reaction on Shoe Thrown: सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशान साध कर लखनऊ में एक युवक ने सपा की एक दिवसीय सम्मेलन में जूता फेंक दिया। इस घटना के बाद ही आरोपी ने पुलिस को हिरासत में ले लिया। वहीं इस पूरे मामले में समाजवादी पार्टी के नेता की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि “अगर अपने स्वाभिमान को बचाना है तो 2024 में सरकार बदलना होगा। मेरे ऊपर भी कई हमले हुए कई लोगों ने मेरे लिए सुपारी दी लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य डरने वालों में से नहीं है। बीजेपी के बड़े वकील के जूनियर ने जूता फेंकने की कोशिश की, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि मैं सम्मान की बात कर रहा हूं।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि “इस देश में आप जानते हैं कि कुछ लोगों ने साजिश के साथ हमें धोखा देने का काम किया है। यहां तक कि हमें धर्म और शिक्षा से भी वंचित करने का काम किया, लेकिन सामाजिक परिवर्तन के महत्व ज्योतिबा फुले ने सबसे पहले पाखंड और समाज में सम्मान स्वाभिमान का बिगुल फूंका। जिनको आगे चलकर इस देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले कंधे से कंधा मिला कर ज्योति बाई फुले का साथ दिया। अभी 3 दिन पहले भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में एचडी की सूची निकली, सूची में पूरे पिछड़े वर्ग व कोटा गायब है। इससे पहले एक वैकेंसी विज्ञापन आया उसमें भी अनुसूचित जाति का कोटा पूरी तरीके से गायब है।”
इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि “पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी मंदिर में दर्शन करने से रोका गया। देश के राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू को भी मंदिर में जाने से रोका गया, क्योंकि वह आदिवासी समाज से हैं। मुख्यमंत्री आवास को पहले गोमूत्र से धोया, फिर गंगाजल से धोया क्योंकि अखिलेश यादव पिछड़ा समाज से ताल्लुक रखते हैं। मान्यवर काशीराम कहते थे कि ऐसे लोगों से सावधान रहना जो लोग अपने वोट का सौदा करते हैं। ऐसे लोग अपनी मां बहन की बेटियों की इज्जत के साथ भी सौदा कर सकते हैं। जो लोग पिछड़ों के दुश्मन है हमारे आरक्षण के दुश्मन है उनको 2024 में भगाने का काम करेंगे।”