India News UP (इंडिया न्यूज़), UP News: प्रसव के दौरान डॉक्टर की अनुपस्थिति में नवजात की मौत के मामले में डीएम ने जांच के आदेश दिये हैं। जिसके बाद रविवार को जिलाधिकारी के आदेश पर नवजात बच्चे की कब्र खोदी गयी। इसके साथ ही पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के निर्देश पर प्रशासन ने उस घर के पास ही खुदाई करायी, जहां बच्चे का शव दफनाया गया था।
दरअसल, यह संवेदनशील मामला सामने आते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। इस मामले में मृतक नवजात की चाची ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है। उन्होंने बताया है कि संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के कोड़री गांव निवासी पिंकी पत्नी राजेश कुमार यादव की डिलीवरी 28 अप्रैल को कुंडा के तिलौरी बिहार रोड स्थित अवैध नर्सिंग होम में हुई थी।
उस वक्त वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। नर्सिंग होम में मौजूद एएनएम बार-बार सांत्वना दे रही थी कि डॉक्टर आ रहे हैं। इसके बावजूद बिना डॉक्टर के ही प्रसव करा दिया गया, जबकि परिजन बार-बार डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाते रहे। परिजनों के मुताबिक वहां मौजूद एएनएम ने डॉक्टर के आने की जानकारी दी थी और मरीज को तुरंत राहत देने की बात कही थी। बाद में जब जच्चा-बच्चा की हालत बिगड़ी तो उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया गया।
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उन्हें नर्सिंग होम छोड़ने के लिए कहा गया। इस पर मां की बहन ने पुलिस को शिकायत दी और दो महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। नवजात की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नर्सिंग होम में ताला लगवा दिया। इस मामले की जानकारी जब डीएम तक पहुंची तो उन्होंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए और इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई।
इस घटना की जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने डीएम से नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराने की अनुमति मांगी। जिलाधिकारी के आदेश पर कुंडा एसडीएम की निगरानी में शव को खोदकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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