India News (इंडिया न्यूज़), Aligarh Breaking: अलीगढ़ के विकास खण्ड बिजौली के गांव शफीपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय के इंचार्ज और सहायक अध्यापक को गांव राजगांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय से शिक्षण कार्य हेतु सम्बद्ध करने से अभिभावकों एवं स्कूली बच्चों में रोष व्याप्त हो गया। आक्रोशित अभिभावकों एवं बच्चों ने स्कूल पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी को फोन बन्द होने पर उपजिलाधिकारी अतरौली को सूचना दी। सूचना के लगभग ढाई घंटे बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी गांव पहुंची।
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों को समझाने के काफी प्रयास किये लेकिन सफलता नहीं मिली। खण्ड शिक्षा अधिकारी शशिबाला ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। लगभग पांच घंटे बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तत्काल प्रभाव से दोनों अध्यापकों का स्थानान्तरण रोकने के साथ प्राथमिक विद्यालय में ही शिक्षण कार्य कराने का आदेशित पत्र भेजा। जिसके बाद अभिभावकों ने विद्यालय का ताला खोल दिया।
गांव शफीपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में इंचार्ज के रूप में सुनील कुमार एवं सहायक अध्यापक के पद पर गुंजन गुप्ता लगभग पांच वर्ष पूर्व तैनात हुए थे। इंचार्ज सुनील कुमार ने बताया कि विद्यालय में तैनाती के समय 1 से लेकर 5 की कक्षा तक मात्र 18 बच्चे ही पंजीकरण थे। गांव में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के बाद लगभग पांच वर्षेां की मेहनत के फलस्वरूप 84 बच्चे पंजीकृत हुये। जिसमें गांव शफीपुर के साथ-साथ अन्य गांवों से भी बच्चे स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। जबकि प्राथमिक विद्यालय की इमारत न होने पर उच्च प्राथमिक की इमारत में ही शिक्षण कार्य किया जाता है।
लेकिन दो दिन पूर्व ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा राजगांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य हेतु पर्यवेक्षक के पद पर इंचार्ज सुनील कुमार एवं गुंजन गुप्ता का स्थानान्तरण कर दिया था। सोमवार की प्रात: विद्यालय का चार्ज देने पहुंचे दोनों अध्यापकगण को अभिभावकों व बच्चों ने घेर कर रोक लिया और विद्यालय के गेट पर ताला लगा दिया। साथ दोनों अध्यापकों के स्थानान्तरण को रोकने की मांग करने लगे।
ग्रामीणों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचना देने की कोशिश की लेकिन फोन ना मिलने पर उपजिलाधिकारी अतरौली अनिल कटियार को सूचना दी। उपजिलाधिकारी अतरौली के निर्देश पर लगभग ढाई घंटे बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी गांव पहुंची। काफी देर समझाने व गेट का ताला खोलने पर बहस भी हुई। लेकिन जब तक स्थानान्तरण रोकने का आदेश ना आने तक गेट खोलने से मना कर दिया।
आक्रोशित अभिभावकों को देखकर खण्ड शिक्षा अधिकारी शशिबाला ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सूचना दी। लगभग पांच घंटे बाद अभिभावकों व बच्चों का अध्यापकों के प्रति प्यार देख जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दोनों अध्यापकों का स्थानान्तरण तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया।
यह भी पढ़े: Ganesh Chaturthi Special : गणेश चतुर्थी और नये संसद भवन के उदघाटन के मौके…
Women Reservation Bill को लेकर बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी ने की PM मोदी की…