India News UP (इंडिया न्यूज़),Parenting Tips: कई बार हम अपने काम में व्यस्त होने के कारण बच्चों की बातों को अनसुनी कर देते हैं। कई बार हम चाहते हैं उनकी बातों को नहीं सुन पाते हैं। पर क्या हमने कभी सोचा है कि इससे उन्हें कैसा लगता होगा? जब बच्चों की बातें नहीं सुनी जाती हैं तो उन्हें लग सकता है कि उनकी बातों का कोई मोल नहीं है। इससे उनका मन काफी ज्यादा उदास हो सकता है और वह खुलकर अपनी बातों को रखने में आगे चलकर हिचकिचा सकते हैं। आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि बच्चों की बात अनसुनी करने से उनके मस्तिष्क पर कैसा प्रभाव पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं-
बच्चों की बात अनसुनी करने से उनके आत्मविश्वास में कमी हो सकती है। जिससे उनका मनोबल गिरता है और वह खुद को दूसरों के सामने व्यक्त करने में काफी ज्यादा आशाए महसूस करते हैं। यानी उनका खुद पर विश्वास नहीं रहता है।
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बच्चों की बात अनसुनी करने से बच्चों के दिमाग पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। उनके दिल में एक डर और चिंता की भावना पैदा हो जाती है कि वह किसी के लिए महत्व नहीं रखते।
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