India News (इंडिया न्यूज़), Abhishek Singh, Gonda News : सरयू नदी के बढ़ते घटते जलस्तर से गोण्डा के तरबगंज, कर्नलगंज और नवाबगंज क्षेत्र के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बैराजों से लगातार पानी छोड़े जाने से सरयू नदी दो दिन पूर्व खतरे के निशान को पार कर 62 सेंटीमीटर पहुंच गई थी। लेकिन कल पानी बैराजों से नहीं छोड़ा गया जिससे को नदी का जलस्तर घटने लगा। इस समय नदी का जलस्तर 47 से.मी. तक घट गया और अब खतरे के निशान से सिर्फ 15 से.मी. ऊपर बह रही है।
नदी के घटने से कटान तेज हो गई है। जिसके भय से लोग पलायन कर रहे हैं। तरबगंज के 19 व करनैलगंज के 6 पंचायतों के 112 गांव पानी से घिरे हैं। इसमें से कई गांवों के लोग सुरक्षित ठिकानों पर आ गए हैं। तरबगंज के एली परसौली बाढ़ क्षेत्र के लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां बाढ़ के पानी से गांव एक किनारे रह गया है वहीं आवागमन के मार्ग भी बंद हो गए हैंं। लोग मजबूरन नाव से एक पार से दूसरे पार आ जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें कोई सरकारी सुविधा बाढ़ राहत के नाम पर मुहैया नहीं हो रही है।
वहीं नवाबगंज क्षेत्र के डेमवा घाट के आप पास के गांव काफी प्रभावित है। तरबगंज तहसील के ब्योंदा माझा, बहादुरपुर, ऐली, दत्तनगर, गोकुला, साखीपुर, तुलसीपुर समेत 19 ग्राम पंचायतो मे बाढ़ का पानी तबाही मचाए है। अब इन गांवों में कटान भी शुरू हो गया है। जिससे लाेग सहमे हैं, इसके साथ ही ग्रामीण कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं।तरबगंज क्षेत्र के बांध को लेकर इस बार शासन प्रशासन पहले से मुस्तैद था। समय रहते बांध के निर्माण से और ड्रेनेज से बाढ़ की अभी तक स्थिति कंट्रोल में है। सरयू नदी में दो स्थानों पर काफी गहराई तक ड्रेनेज किया गया था जिससे नदी की धारा किनारों को प्रभावित नहीं कर सकी है।
वहीं जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने तरबगंज व करनैलगंज तहसील के उपजिलाधिकारियों को प्रभावित गांवों और संभावित गांवों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि तरबगंज क्षेत्र की 10 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है, क्षेत्र में राहत बचाव कार्य चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी क्षेत्र में मौजूद है और लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही पशुओं के चारे और उनकी बीमारियों को लेकर भी प्रशासन अलर्ट पर है।
प्रशासन का दावा है कि बाढ़ क्षेत्र में बसे लोगों की हरसंभव मदद की जा रही है। वहीं ऐली माझा के लोगों ने बताया कि सरयू नदी पार करीब 40 घरों तक कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है। वह सुबह होते ही नाव से इस किनारे पर आ जाते हैं और शाम तक अपने खाने पीने की व्यवस्था खुद करते हैं।
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