(On the auspicious occasion of Ekadashi, the program organized under “Namami Gange” in Kashi, the Ganga Ghats were seen in colors): वाराणसी में रंगभरी एकादशी के पावन अवसर पर गंगा घाट से लेकर गलियों तक लोग होली (HOLI) के रंग में रंगे नजर आएं।
- इन मन्त्रों का हुआ जाप
- महानगर सहसंयोजक ने दी जानकारी
- “नमामि गंगे” महानगर
“नमामि गंगे” के तत्वावधान में शुक्रवार को गंगा घाट पर स्थित प्राचीन शिवलिंग सहित द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूजन अर्चन किया गया। मंदिर के मुख्य पुजारी ने गंगा जल से स्नानादि कराकर हल्दी व चुकंदर के रस से बने प्राकृतिक रंगों से महादेव को सराबोर किया। इसके बाद शिवलिंग के भाल पर भस्म की त्रिपुंड व पुष्प मालाओं से अलंकृत किया गया। मंदिर संस्था के सदस्यों ने विधिवत श्रृंगार के उपरांत शिवलिंग की आरती उतारी।
इन मन्त्रों का हुआ जाप
“नमामि गंगे ने गंगा तट पर प्राकृतिक रंगों से खेली होली”
“महादेव को हल्दी व चुकंदर से बने रंगों से किया सराबोर”
“गायघाट पर द्वादश ज्योतिर्लिंग का स्नानादि कराकर विधिवत श्रृंगार कर की गयी आरती”
महानगर सहसंयोजक ने दी जानकारी
तदुपरांत गंगा स्वच्छता हेतु जागरूक करने के उद्देश्य से माँ गंगा के आँचल को प्रदूषित कर रहीं सामग्रियों को समेट कर कूड़ेदान तक पहुँचाया गया। महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरि ने कहा कि होली का पर्व हमे समरसता व सामाजिक सौहार्द को बनाये रखने का संदेश देता है। इस उत्सवी माहौल में गंगा निर्मलीकरण का संकल्प भी स्मरण रखते हुए माँ गंगा व इसके तट को स्वच्छ बनाये रखने में योगदान देते रहें।
“नमामि गंगे” महानगर
आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरि, महानगर सहसंयोजक रामप्रकाश जायसवाल, रश्मि साहू, जय विश्वकर्मा, शिवांगी पांडेय, रेखा विश्वकर्मा, रेनू आचार्य, रंजीता गुप्ता, प्रियंका गुप्ता आदि सहित श्रद्धालु उपस्थित रहें।