Leopard Sedated with Tranquilizer Gun in Meerut
इंडिया न्यूज, मेरठ :Leopard Sedated with Tranquilizer Gun in Meerut मेरठ शहर (Meerut city) की पॉश कालोनी पल्लवपुरम के फेज दो में शुक्रवार की सुबह साढ़े सात बजे एमआईटी स्कूल के पास शिक्षिका आभा शर्मा के घर में तेंदुआ घुसने से दहशत फैल गई। करीब दो घंटे बाद वन विभाग के जाल में फंसा तेंदुआ निकलकर कॉलोनी की सड़कों पर दौड़ने लगा। खौफ में भगदड़ मच गई। इसके बाद तेंदुआ एक खाली प्लॉट की झाड़ियों में घुस गया तो चारों तरफ जाल लगाकर घेराबंदी की गई। शाम को पांच बजे मैन लिफ्ट की मदद लेकर ट्रैंकुलाइजर गन चलाकर तेंदुए को बेहोश कर पिंजरे में बंद कर लिया गया।
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घर से निकल सड़क पर दौड़ा तेदुआ
आभा के इंजीनियर बेटे स्वप्निल शर्मा को खिड़की से तेंदुए की पूंछ दिखी। इस दौरान परिवार घर में ही कैद हो गया और लोगों ने वन विभाग और पुलिस को सूचना दी। वन विभाग ने घर के दरवाजे पर जाल लगा दिया। तेंदुआ इसमें फंसा लेकिन, कुछ ही पलों में निकलकर सड़क पर दौड़ने लगा। वहीं तेंदुए को देख दहशत में आए लोग दौड़ने लगे। तेंदुआ खाली प्लॉट की झाड़ियों में घुसा तो वन विभाग की टीम ने चारों ओर जाल लगा दिया। तेंदुए को बेहोश करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम दिल्ली से भी बुलाई गई।
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दिल्ली से मंगाई ट्रैंकुलाइजर गन
डीएफओ राजेश कुमार और एसडीओ राजेश चौधरी ने रैपिड रेल का काम कर रही कंपनी से दो मैन लिफ्ट और दो जाल मंगाए। वन विभाग की टीम लिफ्ट के जरिए खाली प्लॉट के ऊपर गई और ट्रैंकुलाइजर गन का इस्तेमाल कर तेंदुए को बेहोश कर दिया और पिंजरे में बंद कर ले गई। बताया गया कि इस आॅपरेशन में कुल पांच टीमें लगाई गई थीं। एक ट्रैंकुलाइजर गन दिल्ली से मंगाई गई, जबकि एक मेरठ के पास पहले से ही थी।
कई स्कूलों में समय से पहले छुट्टी
मेरठ में पहले भी शहर के अंदर कई बार तेंदुआ घुस चुका है। दो बार तेंदुआ कैंट में ऐसे स्थानों पर घुसा जहां स्कूल करीब थे। शुक्रवार को शहर में तेंदुआ घुसने की सूचना मिलने के बाद सभी स्कूल प्रबंधन अलर्ट हो गए। रुड़की रोड की कॉलोनियों से आने वाले बच्चों को ले जाने वाली स्कूल बसों के स्टाफ को हिदायत दी गई कि बच्चों को अभिभावकों को सौंपकर ही निकलें। एमपीएस ग्रुप की समूह सलाहाकार ऋचा शर्मा ने बताया कि बच्चों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए समय से पहले छुट्टी दी गई। उधर, बड़ी संख्या में अभिभावक भी खुद ही बच्चों को लेने के लिए स्कूल दौड़े।
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