इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Malegaon Blast Case मालेगांव विस्फोट कांड के एक गवाह ने विशेष एनआइए अदालत को बताया है कि महाराष्ट्र एटीएस ने उस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चार नेताओं को फंसाने का दबाव डाला था। गवाह के इस दावे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ कांग्रेस पर हमलावर हैं। उन्होंने इसे देश देश के खिलाफ अपराध करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस शरारत के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
फरुर्खाबाद और अमरोहा में जनसभाओं को संबोधित किया Malegaon Blast Case
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को फरुर्खाबाद और अमरोहा में जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उनके निशाने पर कांग्रेस पार्टी रही। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश के अंदर बड़े काल तक शासन किया, लेकिन शासन किस रूप में कर रही थी यह किसी से छिपा नहीं है।
हिंदू नेताओं को झूठे मुकदमें में फंसाया जा रहा था Malegaon Blast Case
महाराष्ट्र के एटीएस का बयान देखा होगा। उस समय कैसे भाजपा कार्यकतार्ओं को, नेताओं को, आरएसएस और हिंदू नेताओं को ये लोग झूठे मुकदमे में फंसा रहे थे। आपने मालेगांव विस्फोट मामले में यह देखा होगा। कांग्रेस की यह शरारत देश के खिलाफ एक अपराध है और कांग्रेस के लोगों को इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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कांग्रेस देश के संग खिलवाड़ कर रही है Malegaon Blast Case
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आतंकवादियों को प्रेरित और पोषित करने वाली कांग्रेस देश के साथ कैसे खिलवाड़ कर रही है यह किसी से छिपा नहीं हैं। पहले जब ये सत्ता में थे, तब आतंकियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते थे और हिंदू संगठनों को झूठे मुकदमे दर्ज करते थे। आज जब सत्ता के बाहर हैं तो हर उस कार्य का विरोध करते हैं, जो कार्य जनता के हित के लिए हो।
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गवाह ने लगाया यह आरोप Malegaon Blast Case
मालेगांव विस्फोट कांड के एक गवाह ने विशेष एनआइए अदालत को बताया है कि महाराष्ट्र एटीएस ने उस पर योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चार नेताओं को फंसाने का दबाव डाला था। मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह उस समय एटीएस के अतिरिक्त आयुक्त के पद पर तैनात थे।
बता दें कि 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव में एक मोटरसाइकिल में हुए विस्फोट में छह लोग मारे गए थे तथा 100 से अधिक घायल हुए थे।
इस मामले की जांच महाराष्ट्र एटीएस को सौंपी गई थी। एटीएस ने इस मामले में भोपाल की वर्तमान सांसद साध्वी प्रज्ञा, लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित, समीर कुलकर्णी, अजय राहिलकर, रमेश उपाध्याय, सुधाकर द्विवेदी एवं सुधाकर चतुवेर्दी को आरोपित बनाया था। इन सभी पर हत्या, हत्या के प्रयास सहित आतंकवाद की कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।
इस मामले की जांच एनआइए के हाथ में आने के बाद अब तक उनमें से 15 गवाह अपने बयानों से मुकर चुके हैं। आरोपित साध्वी प्रज्ञा भी कई बार कह चुकी हैं कि एटीएस की हिरासत में उन पर असहनीय जुल्म किए गए। Malegaon Blast Case
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