Monday, July 8, 2024
HomeFestivalsMauni Amavasya : प्रयागराज में 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई...

Mauni Amavasya : प्रयागराज में 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डूबकी

वाराणसी में भी लोगों में आस्था का स्नान करने लोगों का हुजूम उमड़ा था। प्रयागराज में श्रद्धालुओं को किसी प्राकार की कोई दिक्कत न हो इसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं, काशी में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम देखने को मिले।

- Advertisement -

Mauni Amavasya : मौनी आमवस्या पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रयागराज और वाराणसी में आस्था की डुबकी लगाई है। भोर से ही संगम के घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पवित्र डुबकी लगाई। वहीं वाराणसी में भी लोगों में आस्था का स्नान करने लोगों का हुजूम उमड़ा था। प्रयागराज में श्रद्धालुओं को किसी प्राकार की कोई दिक्कत न हो इसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं, काशी में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम देखने को मिले।

22 लाख से अधिक लोगों ने लगाई डुबकी

मौनी अमावस्या पर आज बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई। कल से ही घाटों पर लोगों का जमावड़ा देखने को मिलने लगा था।ऐसे में पुलिस ने भी सुरक्षा के मद्देनजर बड़े इंतजाम किए थे। माघ मेला को देखते हुए पहले ही विशेष तैयारी की गई है। प्रयैगराज के जिलाधिकारी का कहना है कि “अब तक लगभग 22 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई है। वाराणसी, सुल्तानपुर और लखनऊ से कई विशेष ट्रेनें आ चुकी हैं। हमने बस स्टैंडों पर पर्याप्त संख्या में बसों की व्यवस्था की है।”

वाराणसी पहुंचे लाखों श्रद्धालु

आधात्यात्मिक नगरी वाराणसी में सुबह से ही स्नान करने के लिए लोगों का जमामवड़ा देखा गया। गंगा के विभिन्न घाटों पर लोगों ने आस्था की डूबकी लगाई। पवित्र स्नान कर लोगों ने दान भी किया वहीं विभिन्न मंदिरों में जाकर स्नान कर पर्व को मनाया। वाराणसी में आगंतुकों को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम देखने को मिले।

खास होता है मौनी आमवस्या का स्नान

माघ के महीने में पड़ने वाली मौनी आमवस्या का अपने आप में बड़ा महत्व है। इस दिन लोग नदियों में स्नान करना पवित्र माना जाता है। सनातन में इसका अपना एक अलग महत्व है।इस दिन दूर दराज से लोग संगम, काशी इत्यादि जाकर स्नान करते है और दान करते हैं। इस साल मौनी आमवस्या आज यानी 21 जनवरी को थी जिसके अवसर पर लोगों ने तमाम जगहों पर आस्था की डुबकी लगाई।

ये भी पढ़ें- धर्म: कब है Mauni Amavasya,जानें शुभ मुहुर्त और सही पूजा विधि

SHARE
RELATED ARTICLES

Most Popular