Monday, July 8, 2024
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Joshimath land subsidence: रक्षा राज्यमंत्री ने भू-धसाव के प्रभावितों से की मुलाकात, बोले- सभी को सुरक्षित रखना प्राथमिकता

जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव के कारण कई मकानो में दरारे आ गईं है. सड़कें भी फट रहीं हैं. जिन मकानो और इमारतों में दरारे आईं है उनको तोड़ने का काम किया जा रहा है.

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देहरादून: चमोली के जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव पर सरकार लगातार नज़र रख रही है. जोशीमठ के तमाम हिस्सों से लोगों को विस्थापित किया जा रहा है. वही स्थिति की जानकारी लेने प्रदेश के रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट जोशीमठ पहुंचे और प्रभावितों से बात की. मंत्री ने वहां के लोगों से बात भी की.

रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि “लोगों ने मेहनत की कमाई से घर बनाया है, लेकिन अब उन्हें छोड़ना पड़ रहा है, हमारी प्राथमिकता सभी को सुरक्षित रखना है. पीएम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. अधिकारियों को तैनात किया गया है, सेना अलर्ट मोड पर है. वही उन्होंने पशुओं को लेकर कहा कि उनके लिए भी आश्रय बनाया जाएगा”

जोशीमठ की 678 मकान असुरक्षित

जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव के कारण कई मकानो में दरारे आ गईं है. सड़कें भी फट रहीं हैं. जिन मकानो और इमारतों में दरारे आईं है उनको तोड़ने का काम किया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित जगहों पर विस्थापित किया जा रहा है. ताजा मिली जानकारी के अनुसार जोशीमठ की 678 मकानो को असुरक्षित कहा जा रहा है और उनमे रह रहे परिवारों को दूसरे जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है.

उत्तराखंड के डीजीपी ने बताया कि “अब तक, 678 इमारतों को असुरक्षित चिह्नित किया गया है. कई खाली हो गए और प्रक्रिया अभी भी चल रही है. एसडीआरएफ की 8 टीमें, एनडीआरएफ की 1, पीएसी की 1 अतिरिक्त कंपनी और पुलिस अधिकारी वहां मौजूद हैं. जरूरत पड़ी तो कुछ इलाकों को सील भी किया जाएगा. पूरे क्षेत्र का एक वैज्ञानिक अध्ययन किया जा रहा है.”

वैज्ञानिक कर रहे जांच

जोशीमठ में अचानक और लगातार हो रहे भू-धसाव को लेकर वैज्ञानिक अध्ययन चल रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है इसकी जानकारी जुटाने में तमाम विषेशज्ञ लगें हैं. हालांकि इस बीच जिन घरों, होटलों में दरारे आईं है उनको चिन्हिंत कर तोड़ने का काम किया जा रहा है. जिन घरों को तोड़ा जा रहा है उसे छोड़ने से पहले लोग भावुक हो रहें हैं. विस्थापन के लिए जा रहे लोगों ने बताया कि उन्होंने इन घरों को मेहनत की कमाई के साथ बनाया है लेकिन आज उसे छोड़ना पर रहा है.

ये भी पढ़ें- Joshimath land subsidence: प्रभावित घरों को तोड़ने पहुंचा बुल्डोजर, लोगों को किया गया विस्थापित

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