India News (इंडिया न्यूज़),Kaushambi News: कौशांबी जिले में गर्भवती महिला सहित तीन लोगों की हुई हत्या के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान पीड़ित परिवार के आंसू पूछने उनके घर पहुंचे। जहां उन्होंने पीढ़ी परिवार से मिलकर उन्हें हर संभव मदद करने का आश्वाशन दिया। चिराग पासवान ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर इस जघन्य अपराध पर बात करेंगे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे। चिराग पासवान ने कहा कि इस मामले में स्थानीय प्रशासन की गंभीर लापरवाही है जिसकी कारण जघन्य अपराध कारित हुआ है।
#WATCH | Kaushambi, UP: LJP (Ram Vilas) chief Chirag Paswan meets the family members of the victims in the Kaushambi triple murder case.
A triple murder took place over a land dispute in Kaushambi on September 14 pic.twitter.com/s8RkcEr4L1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 17, 2023
संदीपन घाट थाना क्षेत्र के मोहिद्दीनपुर गैस गांव में शुक्रवार को जमीनी विवाद के चलते गर्भवती महिला समेत तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद गुस्सा है ग्रामीणों ने आरोपियों समेत कई घरों और दुकानों पर आग लगा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटना को कंट्रोल में किया। पुलिस ने बॉडी को डिस्पोज करने के बाद घटना की जांच शुरू कर दिया है। वही अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। जहां एक और विपक्षी पार्टियां शासन और प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे है, तो वही सत्ताधारी पार्टी के नेता पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें आश्वासन दे रहे है।
घटना के 48 घंटे से बाद पीड़ित परिवार से मिलने और उनका हाल-चाल जानने के लिए लोग जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान उनके घर पहुंचे। जहाँ चिराग पासवान ने पीड़ित परिवार के लोगो से मिलकर घटना के बारे में जानकारी लिया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करेंगे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
चिराग पासवान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक जघन्य अपराध हुआ है। इसको मैं जघन्य अपराध इसलिए कह रह की एक और जहां एक बुजुर्ग और एक युवक की हत्या तो की गई पर साथ में ही एक गर्भवती महिला की भी हत्या कर दी गई। एक गर्भवती महिला की हत्या इस निर्ममता से करना जघन्य अपराध की श्रेणी में ही आता है।
परिवार ने अपनी पीड़ा को यहां बताया है। कि किस तरीके से लंबे समय से यह विवाद चल रहा था। संभवत इस विवाद की जानकारी स्थानीय प्रशासन को समय-समय पर दी जाती थी। सवाल कई खड़े होते हैं कि अगर इस विवाद की जानकारी थी तो क्या स्थानीय प्रशासन के द्वारा क्या उचित कदम उठाए गए। नहीं उठाए गए तो क्यों नहीं उठाए गए। क्या यह जानकारी होने के बावजूद कि परिवार में किसी तरीके का खतरा है। परिवार वालों को किसी तरीके की सुरक्षा मुहैया कराई गई।
क्या कोई ऐसी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट स्थानीय प्रशासन के पास थी। कोई इस तरीके की घटना को अंजाम दे सकता है। यह तमाम जांच के विषय हैं और मैं उम्मीद करता हूं कि इस पर निष्पक्ष जांच होगी। स्थानीय लोगों से जानकारी लेने के बाद परिवार के लोगों से जानकारी लेने के बाद में लिखित और मौखिक रूप से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात करूंगा। उनके संज्ञान में भी वास्तु स्थिति देने का काम करूंगा और यह उम्मीद रखूंगा की इस पर निष्पक्ष जांच हो और दो भी दोषी हो उसे पीड़ी ट्रायल के माध्यम से सख्त कार्रवाई हो।
आगे कहा कि उस बच्चे का क्या कसूर था, जो इस दुनिया मे भी नही आया था। दुनिया की कुरीतियों को वो जनता भी नही था। उसको नही पता था कि समाज मे जात पात के नाम पर भी बटवारे होते है। सम्भवता फाँसी की सज़ा होनी चाहिए। इसको हल्के में नही लिया जाना चाहिए। चिराग़ पासवान भावुक होने हुए कहा मेरे आने को राजनीति से जोड़कर न देखे। मैं किसी सत्त्ता के लालच में नही परिवार का सदस्य बन कर आया हुं।