Ramcharitmanas Row: उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी, समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को खुद पर तलवारों से हमला होने की बात कही है। मौर्य ने लखनऊ पुलिस आयुक्त को इस संबंध सें पत्र लिखकर आरोप लगाया कि महंत राजू दास और तपस्वी छावनी मंदिर के महंत परमहंस दास के अलावा उनके कुछ समर्थकों ने उन पर तलवारों से हमला करने की कोशिश की। यहां आपको बता दें कि मौर्य ने अभी हाल ही में रामचरितमानस के कुछ छंदों को विशेष जातियों और संप्रदायों के खिलाफ बताते हुए उसे हटाने की मांग कर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था।
खबर में खास:
- पुलिस कमिश्नर को लिखा-पत्र
- समर्थकों की वजह से सही सलामत घर पहुंचा
- रामचरितमानस से कई छंदों को हटाने की मांग
पुलिस कमिश्नर को लिखा-पत्र
मौर्य ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर यह आरोप लगाया है कि यह घटना तब हुई जब वह लखनऊ के एक निजी होटल में आयोजित एक टेलीविजन शो से निकल रहे थे। इस हमले का हवाला देते हुए सपा नेता ने होटल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करते हुए अपने लिए अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने पहले आरोप लगाया था कि कुछ दिन पहले एक साधु ने उनकी ‘रामचरितमानस’ टिप्पणी पर उनका ‘सिर काटने’ के लिए 21 लाख रुपए इनाम के तौर पर रखे थे।
समर्थकों की वजह से सही सलामत घर पहुंचा
सपा नेता मौर्य ने यहां तक आरोप लगाया कि उनको मारने के लिए ही उन्हें टेलीविजन कार्यक्रम में बुलाया गया और इसकी रणनीति बहुत पहले बनाई गई होगी। उन्होंने आगे ये भी कहा कि ये सब एक सोची समझी साजिश के तहत हुआ है लेकिन समर्थकों के होने के कारण ही में सही सलामत घर पहुंच पाया हूं।
रामचरितमानस से कई छंदों को हटाने की मांग
गौरतलब है कि सपा नेता ने 28 जनवरी को कहा था कि वह धर्म के नाम पर आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को अपमानित करने की साजिश का विरोध करना जारी रखेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस से कई छंदों को हटाने की मांग तक की है।