इंडिया न्यूज़, लखनऊ:
STF Arrested Key Architect of Vyapam Scam: उत्तर प्रदेश TET पेपर लीक के तार मध्य प्रदेश के व्यापमं महाघोटोले के सूत्रधारों से जुड़ते नजर आ रहे हैं। यूपी एसटीएफ ने व्यापमं घोटाले के प्रमुख सूत्रधार रहे डॉ. संतोष चौरसिया को लखनऊ के आलमबाग से गिरफ्तार (STF Arrested Key Architect of Vyapam Scam) किया है। चौरसिया के खिलाफ व्यापमं की अलग-अलग परीक्षाओें में 6 केस फर्जीवाड़े के दर्ज हैं। STF चौरसिया से पूछताछ kar रही है कि यूपी TET लीक में कौन-कौन से लोग शामिल हैं। चौरसिया के गिरफ्त में आते ही यूपी TET लीक केस में अंतर्राज्यीय गिरोह की कई परतें खुलेंगी और कई लोगों के नाम सामने आएंगे।
20 लाख रुपए में की थी पेपर लीक की डील STF Arrested Key Architect of Vyapam Scam
अब तक की पूछताछ में STF को पता चला है कि चौरसिया ने 20 लाख रूपए में पेपर आउट कराने की डील की थी। ADG STF अमिताभ यश ने बताया है कि चौरसिया मध्य प्रदेश के व्यापम केस में जेल जा चुका है। उसके साथ बांदा का रहने वाला विकास दीक्षित भी जेल गया था। आरोपी संतोष ने बताया है कि विकास के माध्यम से मेरी मुलाकात फरवरी 2021 में प्रयागराज निवासी राहुल मिश्रा व अनुराग शर्मा से हुई थी, जो नोएडा में रहते हैं। राहुल मिश्रा पेपर आउट कराने का काम करता है।
पूछताछ में संतोष ने बताया है कि राहुल मिश्रा से मेरी TET पेपर के संबंध में बात फार्म भरे जाते समय ही हुई थी। राहुल ने बताया था कि ऐसी संस्था को परीक्षा का काम दिया जा रहा है जहां से 100 फीसदी पेपर आउट हो जाएगा, तुम कैंडिडेट खोजो। इसके बाद मैं अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में लखनऊ आया जहां राहुल मिश्रा से TET परीक्षा का पेपर देने की बात हुई और मैंने राहुल मिश्रा को लखनऊ में 3 लाख रुपए दिए। उसके बाद मैं प्रयागराज पहुंचा, जहां रोशन पटेल से TET पेपर लेने के संबंध में बात करने के बाद दिल्ली चला गया।
पेपर लीक की जानकारी होने पर लखनऊ से हो गया था फरार STF Arrested Key Architect of Vyapam Scam
संतोष ने आगे बताया कि 26 नवम्बर को मैं नोएडा से लखनऊ आया और 27 को रोशन पटेल से रात 8 बजे मुलाकात हुई। उसी दिन मेरी बात राहुल मिश्रा से हुई थी तो उसने 40 लाख रुपए में पेपर देने को कहा था। लेकिन मैंने मना किया कि इतना नहीं दे पाऊंगा। 20 लाख रुपए में पेपर देना तय हो गया था। राहुल ने करीब 11.30 बजे पेपर मुझे व्हाट्सएप पर भेज दिया। उसके बाद तुरंत रोशन से बात करके मैंने उसको रात 12 बजे करीब व्हॉटसएप पर पेपर भेज दिया। मेरी बात उससे 5 लाख में हुई थी।
इसके बाद मैंने अपने सम्पर्क के 3-4 अन्य लोगों को भी पेपर भेजा था। जिसमे मुझे करीब 10 लाख रुपए मिला था। पेपर लीक होने की जानकारी होने पर अपना मोबाइल तोड़कर कर लखनऊ से फरार हो गया था। इस दौरान फरीदाबाद, नैनीताल, इन्दौर, इटावा आदि जगहों पर घूमता रहा। इस दौरान दर्जनों सिम और मोबाइलों का इस्तेमाल किया। मामले की जानकारी देते हुए ADG ने बताया कि अभियुक्त के दर्जनों बैंक खातों की जानकारी हुई है, जिसके सम्बन्ध में छानबीन की जा रही है।