India News (इंडिया न्यूज़), Tomato Price In UP: सहकारी संस्था एनसीसीएफ ने बुधवार को कहा कि पड़ोसी देश नेपाल से आयातित करीब पांच टन टमाटर जल्द ही भारत पहुंचेगा और गुरुवार से उत्तर प्रदेश में इसकी खुदरा बिक्री 50 रुपये प्रति किलोग्राम की पर की जाएगी। एनसीसीएफ केंद्र सरकार की ओर से टमाटर के आयात के साथ-साथ घरेलू खरीद भी कर रहा है और उपभोक्ताओं को उच्च कीमतों से राहत देने के लिए रियायती दर पर उनकी खुदरा बिक्री कर रहा है।
एनसीसीएफ ने क्या बताया?
एनसीसीएफ की प्रबंध निदेशक एनिस जोसेफ चंद्रा ने पीटीआई से कहा की हमने नेपाल से 10 टन टमाटर आयात का अनुबंध किया है। इसमें से 3-4 टन कल उत्तर प्रदेश में वितरित किया गया। लगभग 5 टन टमाटर रास्ते में है और कल उत्तर प्रदेश में रियायती दरों पर इसकी खुदरा बिक्री की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आयातित टमाटर को भारत के अन्य हिस्सों में नहीं बेचा जा सकता है क्योंकि इसकी शेल्फ लाइफ कम है। उत्तर प्रदेश में आयातित और स्थानीय रूप से खरीदे गए टमाटर दोनों को चुनिंदा स्थानों पर स्थिर दुकानों के साथ-साथ मोबाइल वैन के माध्यम से बेचा जा रहा है।
ये सब वहीं हैं जो 500 तक का पेट्रोल लेने की बात करते हैं।
आज 100 के टमाटर की लाइन में खड़े हैं।#noida pic.twitter.com/Dyx0qnKVBC— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) August 13, 2023
500 तक का पेट्रोल लेने की बात करते
वहीं, एक सेवानिवृत्त आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्वीटर अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की है। जिसमें उन्होंने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि ये सब वहीं हैं जो 500 तक का पेट्रोल लेने की बात करते हैं। आज 100 के टमाटर की लाइन में खड़े हैं।
दिल्ली-NCR समेत राजस्थान में बिक रहा सस्ता टमाटर
खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से पहले Delhi-NCR और राजस्थान में भी देश के अन्य उत्पादक राज्यों से खरीदे गए टमाटर को 50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है। हालांकि, हाई पर पहुंचे दमादर के दाम में अब कमी भी नजर आने लगी है।
क्या कहते हैं सरकारी आंकड़े?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, टमाटर का अखिल भारतीय औसत थोक मूल्य 15 अगस्त को घटकर 88.22 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया, जो एक महीने पहले 97.56 रुपये प्रति किलोग्राम था।
इसी तरह, टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य घटकर 107.87 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया, जो एक महीने पहले 118.7 रुपये प्रति किलोग्राम था। बता दें कि प्रमुख खरीद केंद्रों में भारी बारिश के कारण टमाटर की कीमतों पर दबाव बढ़ा है।