Umesh Pal Murder Case : माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) रविवार को गुजरात के साबरमती जेल से निकलकर सोमवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले कि नैनी जेल में पहुंच चुका है। जहां आज उमेश पाल अपहरण केस में सुबह 11 बजे उसे कोर्ट में पेस किया जाएगा। अतीक के साथ उसका भाई अशरफ को भी कल ही बरेली से प्रयागराज शिफ्ट किया गया। जेल में दोनों को हाई सिक्योरिटी के बीच रखा गया है।
अतीक अहमद और उसके भाई को भारी सुरक्षा व्यवस्था वाले बैरक रखा गया है-पुलिस
अधिकारियों की मानें तो ये केस करीब 17 साल पुराना है।इससे पहले सोमवार दोपहर से ही नैनी जेल में पुलिस बल की भारी तैनाती कर दी गई है। जबकि जेल के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है। नैनी जेल के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि अतीक अहमद और उसके भाई को भारी सुरक्षा व्यवस्था वाले बैरक में रखा गया है। उन्होंने ये भी बताया कि अतीक के बेटे अली को एक अलग बैरक में रखा गया है।
ये मामला है क्या?
दरअसल, ये मामला बीएसपी विधायक राजू पाल मर्डर केस में मुख्य गवाह उमेश पाल से ये जुड़ा हुआ है। माफिया अतीक अहमद परआरोप है कि 28 फरवरी 2006 को उसने ऐर उसके भाई अशरफ ने उमेश पाल का अपहरण कराया था। उमेश पाल को मारने-पीटने के बाद परिवार समेत जान से मारने की धमकी देते हुए कोर्ट में एक जबरन हलफनामा दाखिल कराया था।2007 में मायावती की सरकार बनने के बाद उमेश पाल ने पांच जुलाई 2007 को अतीक और अशरफ समेत 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर केस दर्ज कराया। पुलिस जब इस मामले की जांच में जुटी तो उसके सामने छह और लोगों के नाम आए। उसके बाद कोर्ट में अतीक और अशरफ समेत 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई। 2009 से मुकदमे का ट्रायल शुरू हुआ। इस मामले में सरकारी पक्ष से कुल 8 गवाह पेश किए गए। इन 11 आरोपियों में से अंसार बाबा नाम के एक आरोपी की मौत हो चुकी है। अब आज मंगलवार को अतीक और अशरफ समेत कुल 10 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में फैसला आना है।