Sunday, July 7, 2024
Homeउत्तर प्रदेशUP Civic Elections : प्रदेश में हो रहे निकाय चुनाव बदलेंगे लोकसभा...

UP Civic Elections : प्रदेश में हो रहे निकाय चुनाव बदलेंगे लोकसभा के नतीजें, अभी से पार्टियां क्यों बना रही रणनीति!

कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब फिर से निकाय चुनाव आयोजित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। शासन ने इसके बाबत आरक्षण सूची जारी की है।

- Advertisement -

UP Civic Election: निकाय चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं ये निकाय चुनाव आगामी लोकसभा आम चुनाव के नतीजे पर प्रभाव डालेंगे। यही कारण है कि प्रदेश में होने वाले इस शहरी चुनाव में सारे राजनीतिक दल दिलचस्पी ले रहें है। बीजेपी के लिए निकाय चुनाव महत्वपूर्ण हैं। अन्य विपक्षी दलों में तैयारियां जोरों पर है। नगरों की सरकारों का कार्यकाल पिछले साल ही पूरा हो गया था। चुनाव के लिए शासन नें विगत दिसंबर में आरक्षण सूची जारी की थी। हालांकि इसके खिलाफ लोग कोर्ट चले गए। कोर्ट नें उस आरक्षण सूची को रद्द कर दिया। जिसके बाद कोर्ट नें ओबीसी आयोग का गठन कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश की। जिसके बाद कोर्ट ने चुनाव कराने के लिए हरी झंडी दे दी।

कब होंगे निकाय चुनाव

कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब फिर से निकाय चुनाव आयोजित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। शासन ने इसके बाबत आरक्षण सूची जारी की है। कुल नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत की सभी सीटों के लिए आरक्षण सूची जारी कर दी गई। वहीं इस सूची के जारी होने के बाद आगे की प्रक्रिया की जएगी। माना जा रहा है कि इस महीन के अंत तक चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। वहीं जून से पहले शहरों में फिर से नई सरकार का गठन हो जाएगा।

आरक्षण की अधिसूचना हुई जारी

सरकार ने हाल ही में आरक्षण सूची जारी की है। इसको लेकर आपत्तियां मांगी गई है। ये आपत्तियां अप्रैल तक दर्ज की जा सकती है। वहीं इसके बाद आने वासे समय में सरकार फिर से निकाय चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी करेगी। जिसके बाद चुनाव का आयोजन किया जाएगा। माना जा रहा है कि इस महीने निकाय चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। वहीं आने वाले महीने के मध्य तक चुनाव का आयोजन हो सकता है।

लखनऊ समेत कई महानगरों को मिलेंगी महिला मेयर

नई आरक्षण सूची के अनुसार न केवल राजधानी लखनऊ बल्कि कई अन्य महानगरों की मेयर महिलाएं होने जा रही हैं। नई आरक्षण सूची में महिलाओं के लिए कई सीटों को रिजर्व रखा गया है। इससे महिलाओं की भागीदारी ज्यादा होने जा रही है। वहीं नई नगरों की सरकार मे महिलाओं का राज होने जा रहा है।

ये सीटें आरक्षित

नई आरक्षण सूची के अनुसार लखनऊ नगर निगम महिला सीट घोषित, आगरा नगर निगम अनुसूचित जाति महिला, झांसी नगर निगम सीट अनुसूचित जाति घोषित, शाहजहांपुर नगर निगम पिछड़ा वर्ग महिला।, फिरोजाबाद नगर निगम पिछड़ा वर्ग महिला, सहारनपुर नगर निगम पिछड़ा वर्ग घोषित, मेरठ नगर निगम पिछड़ा वर्ग घोषित हुई, कानपुर नगर निगम महिला सीट घोषित हुई, गाजियाबाद नगर निगम महिला सीट घोषित, वाराणसी,प्रयागराज नगर निगम अनारक्षित, अलीगढ़,बरेली नगर निगम अनारक्षित घोषित, मुरादाबाद,गोरखपुर नगर निगम अनारक्षित घोषित, अयोध्या, मथुरा वृंदावन नगर निगम अनारक्षित।

बीजेपी के लिए चुनौती

ये निकाय चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। वहीं ये निकाय चुनाव आने वाले लोकसभा चुनाव की रूप रेखा तय करने जा रहे हैं। दरअसल बीजेपी ने प्रदेश में दूसरी बार सरकार बनाई है वहीं केंद्र में बीजेपी की सरकार है। निकाय चुनाव में बीजेपी की रणनीति ही आने वाले लोकसभा में अपनी सहभागिता प्रस्तुत करने का बल देगी। अगर बीजेपी इस नगरों के महारण को जीत जाती है तो संभव है कि आने वाले लोकसभा में बीजेपी को यूपी में बल मिले।

विपक्ष की मजबूत तैयारी

निकाय चुनाव को लेकर विपक्ष में भी मजबूत तैयारी की है, विपक्ष का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर चुनाव को टालने का काम कर रही है। वहीं बीजेपी का कहना है कि विपक्ष इस चुनाव में चित हो जाएगा। मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने कहा कि बीजेपी को जनता सिरे से खारिज करने जा रही है। विपक्ष का कहना है कि सरकार ने कोई काम नहीं किया है। यही कारण है कि निकाय चुनाव से बीजेपी पीछे भाग रही है।

ओपी राजभर अकेले लड़ेंगे चुनाव

सुभसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने ऐलान किया है कि वो प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव में अकेले हिस्सा लेंगे। उन्होंन ऐलान करते हुए कहा कि निकाय चुनाव में वो हिस्सा लेंगे और बड़ी जीत दर्ज करेंगे। राजभर ने आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर पिछले दिनों कहा था कि उनकी पार्टी नें इसपर विचार नही किया है। आने वाले समय में इस बात पर विमर्ष किया जाएगा।

बीएसपी कमबैक की तैयारी में

बीएसपी के लिए पिछले कई चुनाव कुछ ठीक नहीं रहें है। यही कारण है कि बीएसपी भी निकाय चुनाव में अपनी अच्छी सहभागिता करने जा रही है। मायावती ने इसको लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है। वहीं मायावती ने कहा है कि निकाय चुनाव में बीएसी अच्छा करेगी।

Also Read: UP Politics: व्यापारियों को परेशान कर रही बीजेपी, 2024 में होगा सरकार का सफाया: अखिलेश यादव

SHARE
RELATED ARTICLES

Most Popular