UP News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले(Agra district) में ताजनगरी का जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार भ्रष्टाचार नहीं बल्कि जिला अस्पताल में बनाया गया। नकली मेडिकल है। इसकी गूंज पूरे जिला अस्पताल में गूंज रही है। जिला अस्पताल में नकली मेडिकल बन रहे हैं। इसकी जानकारी अधिकारियों को नहीं है।
सीएमएस ने तत्काल मामले से संबंधित जांच के दिए आदेश
एक नकली मेडिकल सामने आने पर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। जिला अस्पताल के अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई तो मामले की जांच की गई। पता चला कि मेडिकल पर लगी मोहर और हस्ताक्षर दोनों नकली थे। इसके बाद नकली मेडिकल पकड़े छात्र को वहां से भगा दिया गया। सीएमएस(CMS) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एक छात्र विद्यालय में प्रवेश हेतु मेडिकल बनवाने आया था। उसने मेडिकल के लिए जिला अस्पताल में किसी से संपर्क किया तो उस व्यक्ति ने उससे ₹70 लिए और उसे मेडिकल थमा दिया।
अधिकारियों की नाक के नीचे जिला अस्पताल में चल रहे गोरख धंधे
मेडिकल पर जिला अस्पताल आगरा(District Hospital Agra) की मोहर लगी हुई थी। इससे पहले भी जिला अस्पताल से नकली मेडिकल जारी हो चुके हैं लेकिन वह सब लड़ाई झगड़े व अन्य अपराधिक मामलों से संबंधित थे। इस बार जारी हुआ नकली मेडिकल विद्यालय में प्रवेश हेतु जारी किया गया। बताते चलें कि अधिकारियों की नाक के नीचे ही जिला अस्पताल में कई कॉकस सक्रिय हैं। जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे देते हैं।सीएमएस अनीता शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। उनके संज्ञान में यह मामला आया है। लेकिन जिसको नकली मेडिकल जारी हुआ वह यहां से चला गया और उसने मेडिकल की प्रति भी जमा नहीं कराई। इसीलिए इस मामले में कार्रवाई करने में दिक्कत आ रही है लेकिन फिर भी उन्होंने अधीनस्थों को इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है।