UP Nikay Chuanv 2023: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले सेमीफाइनल माना जा रहा है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बीजेपी (BJP) के साथ ही तमाम पार्टियों ने अपनी तैयारी भी अब तेज कर दिया है। हालांकि राज्य में मुस्लिम वोट बैंक को बीजेपी समेत ही हर पार्टी अपने पाले में करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। जबकि अभी तक के हुए चुनावों में ये मुस्लिम वोट सपा के कोर वोटर्स को तौर पर रहे हैं।
BJP योजनाओं के सहारे मुस्लिम वोट बैंक में करना चाहती है बड़ी सेंधमारी
लेकिन मुस्लिम वोट बैंक(muslim vote bank) में बड़ी सेंधमारी के लिए बीजेपी मुसलमानों को हर तरीके से रिझाने में लगी हुई है। पार्टी ने इसके लिए अपनी तमाम योजनाओं का सहारा ले सकती है। इसके अलावा बीजेपी सूफी संवाद महाअभियान भी चला रही है। इसका मुख्य फोकस मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रखा गया है। इसके अलावा सपा ने फिर से अपने बड़े मुस्लिम नेताओं को आगे कर दिया है।
Akhilesh Yadav Vs Mayawati: क्या कह रहे हैं आंकड़े?
लेकिन इस दौरान किए गए एक सर्वे किया गया। जिसमें इस सर्वे के दौरान यूपी में सवाल किया गया कि राज्य में मुस्लिम वोटरों की पसंद कौन है? बता दें कि इस सवाल के जवाब में सबसे ज्यादा वोट सपा को मिले। सपा ने इस सर्वे में करीब 68 फीसदी वोट पाए हैं। इसके बाद बहुजन समाज पार्टी का नंबर है। बीएसपी को करीब 17 फीसदी मुस्लिम वोटर पसंद कर रहे हैं।
मुस्लिम वोटर बिगाड़ सकते हैं बीजेपी का खेल
हालांकि मुसलमानों को रिझाने में लगी हुई बीजेपी को सर्वे में बड़ा झटका लगते हुए नजर आ रहा है। बीजेपी को केवल नौ फीसदी मुस्लिम वोटर्स वोट करना पसंद कर रहे हैं। अगर सर्वे के आंकड़ों की मानें तब मुस्लिम वोटर बीजेपी का यूपी में खेल बिगाड़ सकते हैं। जबकि अखिलेश यादव को इसका बंपर फायदा होते हुए नजर आ रहा है। वहीं, मायावती की टेंशन बढ़ाने वाली बात है।