(The way is clear for the recruitment of Anganwadi workers stuck for two years): यूपी (Uttar Pradesh) सरकार ने साल 2021 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के 52 हज़ार पदों पर भर्ती निकाली थी,
लेकिन उस समय EWS आरक्षण के लिए कोई प्रावधान नहीं था, जिस वजह से अभी तक भर्ती फंसी हुई थी। लेकिन मंगलवार को एक आदेश ज़ारी हुआ। जिसमे इस प्रक्रिया की शुरुआत हो गई।
- क्यों रोकी गई थी भर्ती?
- आरक्षण का लाभ उठाएंगे EWS अभ्यर्थी
- दोबारा मामला फसेगा
क्यों रोकी गई थी भर्ती?
अब दोबारा से बाल विकास परियोजना कार्यक्रम में शामिल आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी कर्मचारियों और सहायिकाओं के 52 हज़ार पदों की भर्ती शुरू होगी। बता दे इन भार्तियों को 2021 में ही होना था। लेकिन EWS आरक्षण का प्रावधान ना होने के कारण मामला कोर्ट में पहुंच गया था। जिस वजह से भर्तियां रोक दी गयी थीं।
आरक्षण का लाभ उठाएंगे EWS अभ्यर्थी
इन पदों की नियुक्ति के चयन प्रक्रिया को सरकार द्वारा पुनर्निर्धारित करते हुए आदेश पारित किया है। विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने मंगलवार को एक आदेश ज़ारी किया। इस आदेश में OBC, SC, ST स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों और दिव्यांगों के साथ-साथ EWS के आरक्षण का प्रावधान कर दिया है। अब EWS के अभ्यर्थियों को भर्ती में 10 प्रतिशत आरक्षण मिल सकते है। अब 2021 में फंसी भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी।
दोबारा मामला फसेगा
दरअसल इस आदेश के साथ-साथ चयन समिति में भी थोड़े बदलाव किए गए हैं। इस चयन समिति में पूर्व निर्धारित सदस्यों के साथ बाल विकास परियोजना के अधिकारिओं को भी सदस्यों में जोड़ा गया है। लेकिन केंद्र की गाइडलाइन के हिसाब से चयन समिति में इसके साथ-साथ तहसीलदार व बीडीओ को सम्मलित किया गया है।
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