India News UP (इंडिया न्यूज़),CAA: भारत में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के लागू हो जाने पर केंद्रीय सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। इस घटना के बाद, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष नेता अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती प्रतिक्रिया दी है।
जब देश के नागरिक रोज़ी-रोटी के लिए बाहर जाने पर मजबूर हैं तो दूसरों के लिए ‘नागरिकता क़ानून’ लाने से क्या होगा?
जनता अब भटकावे की राजनीति का भाजपाई खेल समझ चुकी है। भाजपा सरकार ये बताए कि उनके 10 सालों के राज में लाखों नागरिक देश की नागरिकता छोड़ कर क्यों चले गये।
चाहे कुछ हो…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 11, 2024
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया कि जनता अब भाजपा के ध्यान भटकाने की राजनीति के खेल को समझ चुकी है। उन्होंने आगे लिखा, बीजेपी सरकार को बताना चाहिए कि उनके 10 साल के शासनकाल में लाखों नागरिकों ने देश की नागरिकता क्यों छोड़ दी। कुछ भी हो, कल हमें ‘इलेक्टोरल बॉन्ड’ का हिसाब देना होगा और फिर ‘केयर फंड’ का भी।
केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को, अब ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय, इसको लेकर लोगों में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं उन्हें पूरी तरह से दूर करने के बाद ही इसेे लागू किया जाना ही बेहतर होता।
— Mayawati (@Mayawati) March 11, 2024
वहीं, BSP सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर लिखा कि केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को, अब ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय, इसको लेकर लोगों में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं उन्हें पूरी तरह से दूर करने के बाद ही इसे लागू किया जाना ही बेहतर होता।
आपको बता दें कि दिसंबर 2019 में सीएए संसद में पारित हो गया था और बाद में इसे राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल गई थी। हालांकि, देश के कई हिस्सों में इसका विरोध शुरू हो गया था। पिछले साल 27 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया था कि सीएए को लागू होने से कोई नहीं रोक सकता क्योंकि यह देश का कानून है।