India News,(इंडिया न्यूज), Uttarakhand: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार आदि कैलाश के दर्शन किए है। जिसकेे बाद पूरे देश और दुनिया में इसका प्रचार प्रसार होगा। केदारनाथ के पुनर्निर्माण और बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान की तरह, प्रधानमंत्री मोदी कैलाश में भक्तों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और सुविधा पर बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं। वहीं पिथौरागढ़ के पवित्र पार्वती कुंड में दर्शन और पूजन करने के बाद पीएम बोले…
आदि कैलाश के दर्शन से भी मन प्रसन्न हुआ…पीएम
प्रधानमंत्री ने आदि कैलाश के दर्शन के बाद बोला उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के पवित्र पार्वती कुंड में दर्शन और पूजन से अभिभूत हूं। यहां से आदि कैलाश के दर्शन से भी मन आह्लादित है। प्रकृति की गोद में बसी अध्यात्म और संस्कृति की इस स्थली से अपने परिवारजनों के सुखमय जीवन की कामना की। बता दें कि लिए जगह-जगह छलिया, कलाकारों के दल मौजूद हैं। नैनी सैनी से सभा स्थल तक दीवारों में कुमाऊनी संस्कृति से संबंधित आकृतियां उकेरी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कला और संस्कृति को भी देखेंगे।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi tries his hands at a traditional musical instrument of Uttarakhand, in Gunji village.
PM Modi also interacts with local artists, the Indian Army, ITBP and BRO personnel. pic.twitter.com/RuPNQrSXBZ
— ANI (@ANI) October 12, 2023
आदि कैलाश के बाद ज्योलिंगकांग पहुंचे पीएम
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे के दौरान गुंजी गांव में उत्तराखंड के पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र पर हाथ आजमाया। पीएम मोदी स्थानीय कलाकारों, भारतीय सेना, आईटीबीपी और बीआरओ कर्मियों के साथ भी बातचीत की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदि कैलाश के दर्शन के बाद ज्योलिंगकांग से गुंजी पहुंच गए। यहां पर रं समाज के लोगों द्वारा पीएम मोदी का ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया।
पीएम मोदी ने डमरू बजाकर की आराधना
आदि कैलाश में मोदी के आगमन पर पुजारी ने प्रधानमंत्री को टीका लगाया। जिसके बाद पीएम ने मंदिर में शंख ध्वनि कर पूजा अर्चना की। वहीं भगवान शिव की डमरू बजाकर आराधना की। पूजा- अर्चना के बाद व्यू प्वाइंट से आदि कैलाश की भव्यता के दर्शन किए। जहां पीएम मोदी द्वारा बनाए गए ध्यान स्थल से ध्यान भी लगाया। इसके बाद गुंजी के लिए रवाना हुए। पीएम गुंजी में रं समाज के लोगों से बातचीत करेंगे और स्टाल का निरीक्षण करेंगे।
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