India News (इंडिया न्यूज़),Uttarakhand News: लक्सर क्षेत्र में एक तरफ बाढ़ के कारण पैदा हुई। आपदा के कारण हाय-तोबा जमकर हो चुकी है। तो वंही आपदा का दौर गुजरने की शुरुआत के साथ बाढ़ पीड़ितों और प्रशासन के बीच नुकसान से जुड़े आँकलन के रूप में हो रहे सर्वे और मुआवजे को लेकर तिकड़मबाजी भी जमकर हो रही है। मगर लक्सर तहसील क्षेत्र स्थित जोगावाला गांव के एक बुजुर्ग ग्रामीण द्वारा आपदा के कारण नुकसान का सर्वे कर रहे एक लेखपाल अथवा पटवारी पर काम के बदले इंग्लिश दारू की बोतल की डिमांड का गंभीर आरोप लगाया गया है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता के मुताबिक दरअसल लेखपाल को फसलों के बाढ़ से नुकसान के आर्थिक मुआवजे को लेकर बैंक चेक का अनुरोध किया गया था। मगर लेखपाल द्वारा किसान के साथ अभद्रता को अंजाम देकर काम के बदले उल्टा इंग्लिश दारू की बोतल की डिमांड कर दी। जिसका विरोध करने पर अभद्र लहजे में किसान के साथ दुर्व्यवहार किया गया और लेखपाल द्वारा बुजुर्ग किसान होने के बावजूद भी अभद्रता की गई। इतना ही नहीं बल्कि बुजुर्ग किसान द्वारा लेखपाल पर पूर्व में भी काम के बदले दावत का आरोप लगाया जा रहा है।
मुआवजे का मुनाफा हासिल करने के लिए बनाया जा रहा है अनावश्यक दबाव
वहीं उप जिला मजिस्ट्रेट के मुताबिक एक किसान संगठन द्वारा कल ही ज्ञापन दिया गया था। जिसमें जोगावाला के एक किसान विशेष द्वारा उसके खेतों का सर्वे नहीं करने की शिकायत की गई थी। जबकि लेखपाल का पक्ष लिया गया तो सामने आया कि किसान के खेतों में किसी फसल की अपेक्षा एक जंगली घास उगी हुई है। उप जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि तहसीलदार सहित नायब तहसीलदार के विशेष दल द्वारा जांच का निर्देश जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुछ तत्वों द्वारा राजस्व विभाग पर मुआवजे का मुनाफा हासिल करने के लिए अनावश्यक दबाव भी बनाया जा रहा है। ऐसी परिस्थितियों में अब ड्रोन कैमरों के जरिए सर्वे को अंजाम दिया जाएगा मगर अपात्र व्यक्ति को आपदा के मुआवजे का वितरण कतई नहीं किया जाएगा।
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