Sunday, July 7, 2024
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Uttarakhand: अचानक सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों दें रहे हैं इस्तीफा, सामने आया एक मंत्री का नाम

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उत्तराखंड:( Suddenly the officers and employees of the Military Welfare Department are resigning) हाल ही जिला सैनिक कल्याण अधिकारी समेत 8 से ज्यादा अफसर व कर्मचारियों ने इस्तीफा दिया है। इस वजह से इस्तीरों के क्रम से विभाग में अफरातफरी मची है। और ऐसा न करने पर इन सभी अफसरों व कर्मचारियों को ट्रांसफर की धमकी दी जा रही थी। रिटायर्ड कर्नल डी कौशिक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर रहे थे। और उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया।

इस वक्त सैनिक कल्याण विभाग में इस्तीफों का दौर चल रहा है। हाल ही जिला सैनिक कल्याण अधिकारी समेत 8 से ज्यादा अफसर व कर्मचारियों ने इस्तीफा दिया है। इस वजह से विभाग में अफरातफरी मची हुई है। जानकारी के मुताबिक इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर गलत दस्तावेज बनाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। और मना करने पर इन सभी अफसरों व कर्मचारियों को ट्रांसफर की धमकी दी जा रही थी। बता दें कि इस पूरे प्रकरण में एक मंत्री और उनके कुछ करीबियों का नाम भी आया है। सबसे बड़ी बात तो ये हैं कि अचानक से जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत लेफि्टनेंट कर्नल चंद्रवीर सिंह बिष्ट ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। इससे पहले भी सैनिक कल्याण निदेशालय से 3 कर्मचारियों ने भी हाल ही में इस्तीफा दिया था। ये तीनों क्लर्क रैंक के कर्मचारी थे।

गलत दस्तावेज बनाने के लिए दबाव

जान लें, सेवानिवृत लेफि्टनेंट कर्नल चंद्र वीर सिंह बिष्ट से पहले रिटायर्ड कर्नल डी कौशिक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर रहे थे। और उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया। हरिद्वार, चमोली, पौड़ी से भी एक-एक कर्मचारियों ने अपना इस्तीफा दिया। सूत्रों के अनुसार इन सभी पर गलत दस्तावेज बनाने में सहयोग के लिए दबाव बनाया जा रहा था। जब इन लोगों ने मना किया तो उन्हें पहाड़ों पर तबादला करने की धमकी दी गई। यहाँ तक कुछ अधिकारियों का तो पहाड़ में ट्रांसफर आदेश भी निकाला गया। जिसके बाद उन्होंने मजबूरी में खुद ही इस्तीफा दे दिया।

नौकरी नहीं मिलती जल्दी से, दे रहे इस्तीफा

सरकारी हो या प्राइवेट नौकरी पाना किसी के लिए भी आसान नहीं है। नौकरी के लिए हर वर्ग के लोग संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन यहाँ तो लोग खुद ब खुद ही इस्तीफा दे रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वेच्छा से अभी तक किसी ने भी इस्तीफा नहीं दिया है।

जांच में खुलेगी पोल

जानकारी के अनुसार सैनिक कल्याण विभाग के कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पूर्व सैनिकों के गलत दस्तावेज बनाने में सहयोग किया है। और कुछ के तो गलत दस्तावेज बनाये गए हैं। अगर इसकी जांच पड़ताल की जायें तो कई चौकाने वाले खुलासे सामने आएगें।

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