Sunday, July 7, 2024
HomeBreaking NewsUTTRAKHAND : लैंसडाउन में बाघ के आतंक से परेशान ग्रामीण, एक हफ्ते...

UTTRAKHAND : लैंसडाउन में बाघ के आतंक से परेशान ग्रामीण, एक हफ्ते में गई कई जाने, घर में रहने को बाध्य ग्रामीण

- Advertisement -

INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़), उत्तराखंड : लैंसडाउन विधान सभा में बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले एक हफ्ते में दो बुजुर्ग व्यक्तियों को बाघ अपना निवाला बना चुका है।

जिससे बाघ की दहशत हर घर में फैली हुई है। दहशत इतनी खतरनाक है की मनुष्य के साथ जानवर भी डरे और सहमे हुए हैं और लोग दिन में भी अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो की रिखणीखाल विकास खंड के पापड़ी गांव कि है। जहा दिनदहाड़े बाघ गाय के बछड़े को निवाला बनाने के पीछा कर रहा है और बछड़े को बाघ अपने जबड़े में दबोच लेता है।

गाय का अपने बच्चे को बचाने का वीडियो आया सामने

इसी दौरान गाय का अपने बच्चे को बचाने का वीडियो सामने आया है। चमकदार धूप में हुए बाघ के हमले से दहशत में आयी गाय ने साहस का परिचय देते हुए बाघ के जबड़े में फंसी बछिया को सकुशल निकाल लिया। पहाड़ी इलाके में बाघ के हमले के 45 सेकंड का सांसों को रोक देने वाला वीडियो खूब वॉयरल हो रहा है।

वीडियो में साफ दिख रहा है कि बाघ गांव से सटे छोटे मैदान में पशुओं पर आक्रमण करता है। वहां मौजूद गाय व बछिया में भगदड़ मच जाती है। बाघ के हमले से पक्षी भी आवाज निकालते हुए इधर उधर उड़ जाते हैं। बाघ तेजी से पीछा करते हुए एक बछिया को अपने शिकंजे में कस लेता है।

ड्रोन के जानिए इलाके का लिया जा रहा जायजा

बाकी गाय दूसरी दिशा में भाग जाती है। इस बीच, बाघ की कैद में बछिया जोर से रंभाती है। अगले ही पल बछिया की गाय दौड़ती हुई आती है और बाघ पर हमला कर देती है।

अचानक हुए इस हमले से बाघ अपने शिकार को छोड़ गांव से सटे जंगल में भाग जाता है। यह वीडियो कार्बेट नेशनल पार्क के निकट रिखणीखाल ब्लाक के पापड़ी गांव का बताया जा रहा है।

गौरतलब, है कि एक हफ्ते पूर्व रिखणीखाल व धुमाकोट तहसील में बाघ ने दो लोगों को शिकार बना डाला था। इसके बाद पूरे इलाके में वन विभाग ड्रोन के जरिये गांव के आस पास घूम रहे बाघों की लोकेशन पता कर रहा है।

ALSO READ- अतीक हत्याकांड के आरोपियों की कौन करेगा कानूनी मदद? आखिर कौन है वो शख्स

SHARE
RELATED ARTICLES

Most Popular