India News (इंडिया न्यूज़) Wrestler Protest Latest News दिल्ली : लगातार चार दिनों में पहलवानो ने एक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और एक दूसरा ‘फॉलो-अप’ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ दो मीटिंग की। जिसके बाद ‘समझौते’ पर पहलवान राजी हुए।
- 15 जून तक दायर होगी चार्जशीट
- कानून को करने दें अपना काम – अमित शाह
- 30 जून तक कराए जाएंगे WFI के चुनाव
- वापस ले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज केस
- 15 जून तक प्रदर्शन स्थगित
15 जून तक दायर होगी चार्जशीट
सरकार से जुड़े सूत्रों ने कहा कि प्रदर्शकारी पहलवानों को सरकार ने आश्वासन दिया की अगर भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह आरोपी होंगे तो उनकी गिरफ्तारी पर सरकार पहलवालो का साथ देगी। इसके लिए जांचकर्ताओं द्वारा फैसला लिया जाएगा।
इसके बावजूद पहलवान अपना विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने शर्त रखा कि बृजभूषण सिंह को पहले गिरफ्तार किया जाए। हालांकि बुधवार को वह सरकार द्वारा पेश विकल्प को मान लिए और गिरफ्तारी की मांग को छोड़ दिया। बता दे, सरकार ने पहलवानो से वादा किया है कि 15 जून तक इस मामले में चार्जशीट दायर होगी। जिसपर अदालत विचार करेगी।
कानून को करने दें अपना काम – अमित शाह
पिछले शनिवार को मतलब 3 जून को पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ देर रात मुलाकात हुई थी, उस दौरान WFI प्रमुख (बृजभूषण सिंह) की गिरफ्तारी को लेकर अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा था कि ‘इस मामले में कानून को अपना काम करने दें’।
इस दौरान अमित शाह ने प्रदर्शनकारियों की दूसरी मांगों को भी सुना। ठीक उसके चार दिन बाद खेल मंत्री ने पहलवानों के साथ एक और बैठक की, जिसमें समझौते के फॉर्मूले पर काम किया।
30 जून तक कराए जाएंगे WFI के चुनाव
सूत्रों के अनुसार पहलवानों से कहा गया कि 15 जून तक चार्जशीट दाखिल होने दें और फिर अदालत इस पर विचार करेगी जिससे की अदालत को अपना फैसला सुनाने में किसी तरह की दिक्कत न हो।
इसके साथ ही पहनवानों की अधिकाश मांगों को मांग लिया गया जैसे 30 जून तक रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) का चुनाव कराने।
इस चुनाव प्रक्रिया में बृजभूषण सिंह के परिवार के सदस्यों या करीबी सहयोगियों को शामिल नहीं होने देना। इन सब मांग को मानने के बाद ही प्रदर्शनकारी पहलवान अपना विरोध प्रदर्शन खत्म करने को राजी हुए थे।
वापस ले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज केस
दरअसल, पहलवानों ने यह भी कहा कि बृजभूषण सिंह लगातार तीन कार्यकालों की सेवा दे चुके है। अब उनके परिवार के किसी अन्य सदस्य या करीबी सहयोगी को अगले अध्यक्ष के रूप में सरकार पेश न करे।
पहलवानो की मांग थी कि सरकार WFI के भीतर एक आंतरिक शिकायत समिति (ICC) गठित करे जिसकी अध्यक्षता एक महिला करेगी। जिससे की किसी के साथ उत्पीड़न जैसे मामले न हो।
सरकार ने पहलवानो के इस मांग को भी मांग लिया। इसके साथ ही पहलवानों ने एक और शर्त राखी जिसमे कहा कि सभी पहलवानो और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस ले। सरकार को इस मांग को भी मानना पड़ा।
15 जून तक प्रदर्शन स्थगित
(WFI ) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ चार्जशीट का इंतजार करते हुए पहलवान ने15 जून तक अपना विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया है।
हालांकि, इस मामले में बहुत कुछ इस बात पर भी निर्भर करेगा कि दिल्ली पुलिस बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ क्या आरोप लगाती है।
अब देखना होगा कि (WFI ) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह क्या चार्जशीट में पोक्सो के आरोप बने रहेंगे या नहीं।
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