India News (इंडिया न्यूज़), Anxiety Attack: चिंता के दौरे, जिन्हें पैनिक अटैक के रूप में भी जाना जाता है, तीव्र घबराहट या भय के एपिसोड हैं। वे आम तौर पर अचानक और बिना किसी चेतावनी के घटित होते हैं। कभी-कभी एक स्पष्ट ट्रिगर होता है – उदाहरण के लिए, लिफ्ट में फंस जाना, या आपको जो बड़ा भाषण देना है उसके बारे में सोचना – लेकिन अन्य मामलों में, हमले अचानक सामने आते हैं।
एंजायटी अटैक का ट्रिगर मन में किसी चीज़ के प्रति डर
जब किसी भी मनुष्ये के शरीर में चिंता या तनाव के कारण एकदम से उसे घबराहट होने लगे, या नींद उड़ जाए, शरीर पसीने से भीग जाए। ऐसा कुछ भी होता है, तो उसे एंग्जायटी कहा जाता है। एंजायटी अटैक किसी भी मनुष्ये में एकदम से होता है, जब वह व्यक्ति को किसी भी बात की वजह से बहुत ज्यादा टेंशन हो जाए या डर लगने लगे।
एंजायटी अटैक का ट्रिगर मन में किसी चीज़ के प्रति डर है। ये किसी भी चीज़ को लेकर हो सकता है, फिर चाहे वो स्कूल, कॉलेज का पहला दिन हो या नौकरी के इंटरव्यू का। जरूरत से ज्यादा सेल्फ कॉन्शस होना और सोशल सिचुएशन का डर भी इस अटैक की वजह बन सकता है।
एंग्जायटी की वजह?
एंग्जायटी अटैक किसी भी बात को लेकर बहुत लाम्बे समय या ज्यादा सोचने से भी होती है। काम का प्रेशर, फाइनेंशियल प्रॉब्लम, फैमिली या रिलेशनशिप की प्रॉब्लम्स, तलाक, सेपरेशन, हेल्थ प्रॉब्लम्स, नई जगह शिफ्ट होने जैसी कुछ समस्याएं एंग्जायटी की वजह बन जाती हैं।
एंग्जायटी अटैक के लक्षण?
- नींद न आना
- भूख की कमी
- चिड़चिड़ापन
- सिरदर्द
- धड़कन तेज हो जाना
- उल्टी या डायरिया
- चक्कर आना
- ज्यादा पसीना आना
- फोकस करने में दिक्कत
कैसे कर सकते हैं इसे ठीक
एंग्जायटी दूर करने के लिए सबसे पहले इसके लक्षणों को पहचानना जरूरी है। उसी के बाद आप इसे हैंडल कर सकते है। ज्यादा से ज्यादा समय अपनी पसंद की चीज़े करे जिसे अपका मन लगा रहें। अपने अच्छे दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और इसके अलावा अपनी डाइट पर भी ध्यान दें। हेल्दी चीज़ें खाएं। ज्यादा ना सोचें।
अगर ये सब करने के बाद भी आपको अपने में सुधार नहीं दिखे, तो डॉक्टर से मिले और बिल्कुल भी न हिचकिचाएं। अगर इसे समय रहते कंट्रोल नहीं किया गया तो ये को बहुत बुरी तरह से खाराब कर देगी। ज्यादा ना सोचें।