India News (इंडिया न्यूज़), Vande Bharat: प्रयागराज से दिल्ली होते हुए वाराणसी तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को आने वाले दिनों में स्लीपर कोच मिल सकता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें लंबे सफर पर सिर्फ बैठकर सफर करना मुश्किल लगता है। स्लीपर कोच लगने के बाद यात्री आराम से लेटकर यात्रा कर सकेंगे। यात्रीगण अगले वर्ष यह सुविधा ले सकेंगे।
पहली वंदे भारत को फरवरी 2019 में चली
वर्तमान में, वंदे भारत एक्सप्रेस पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों को छोड़कर भारत के सभी राज्यों में संचालित होती है। पहली वंदे भारत को फरवरी 2019 में दिल्ली से वाराणसी स्थानांतरित किया गया था। यह एकमात्र वंदे भारत है जो प्रयागराज से होकर गुजरती है और इसकी औसत गति 100 किमी प्रति घंटे से अधिक है।
Concept train – Vande Bharat (sleeper version)
Coming soon… early 2024 pic.twitter.com/OPuGzB4pAk
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 3, 2023
दिल्ली से वाराणसी तक आठ घंटे का सफर
दिल्ली और वाराणसी के बीच की दूरी 769 किमी है। यह ट्रेन यह दूरी 8 घंटे में तय करती है। इसमें 2 एग्जीक्यूटिव चेयर कार और 14 चेयर कार शामिल हैं। हालांकि यह ट्रेन अन्य ट्रेनों की तुलना में कम समय लेती है, लेकिन यात्रियों के लिए दिल्ली से प्रयागराज तक छह घंटे और वाराणसी तक आठ घंटे तक सफर करना आसान नहीं है। ऐसे में फिलहाल इस बात पर बहस चल रही है कि अगले साल स्लीपर कारें उपलब्ध होंगी या नहीं। वहीं इसके कोच इंटीग्रल फैक्ट्री, चेन्नई में डिज़ाइन किया गया।
रेलवे अधिकारियों का कहना है…
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने सोशल मीडिया पेज ‘एक्स’ पर स्लीपिंग कोच वाली वंदे भारत ट्रेन की एक तस्वीर भी साझा की। प्रत्येक वंदे भारत स्लीपर कोच में तीन शौचालय और एक मिनी पेंट्री हो सकती है। रेलवे अधिकारियों का यह भी कहना है कि वंदे भारत का नई दिल्ली-वाराणसी मार्ग वर्तमान में देश भर में संचालित होने वाला एकमात्र मार्ग है और यह सबसे लंबा मार्ग है। इसके बाद हजरत निजामुद्दीन-रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस। खास बात यह है कि वंदे भारत रेलवे की दोनों ट्रेन अधिकांश सफर उत्तर मध्य रेलवे जोन पर ही होता है।
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