India News (इंडिया न्यूज़),Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती की बुलाई गई बैठक में नेताओं ते पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावो के मद्देनजर बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। पार्टी कार्यालय में मायावती उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के नेताओं को संभोधित करेंगी। ये बैठक लखनऊ में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बुलाई गई है। बताते चले कि बसपा सुप्रिम मायावती ने लोकसभा चुनावो में रण में अकेले उतरने का फैसला लिया है।
#WATCH | Uttar Pradesh | BSP President Mayawati holds a meeting with party leaders in Lucknow.
She will review the preparations for the Lok Sabha elections. pic.twitter.com/Ztmjrk6msW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2023
गठबंधन में शामिल होने कुछ नही मिलता- मायावती
इसके अलावा बीएसपी के सभी जिलाध्यक्ष भी बैठक में मौजूद रहेंगे। ये मींटिग लखनऊ में सुबह के 11 बजे बहुजन समाज पार्टी कार्यालय में होगी। इसी दौरान लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा भी की जाएगी। मायावती ने पिछले महिने ही अकले चुनाव लड़ने का एलान किया था। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी ने अगले साल वाले लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने का निर्णय लिया है क्योंकि पिछले अनुभव से ये सिख मिलती है कि गठबंधन में शामिल होने कुछ नही मिलता।
#WATCH | Uttar Pradesh: BSP leaders arrive at the party office in Lucknow as party president Mayawati will hold a meeting with party leaders of Uttar Pradesh and Uttarakhand today. She will review the preparations for the Lok Sabha elections. pic.twitter.com/Unsa3R2g9P
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 1, 2023
इंडिया और एनडीए गठबंधन को लेकर कहीं ये बात
बसपा सुप्रिम मायावति ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक में भाजपा पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए और साथ ही विपक्ष के इंडिया गठबंधन, दोनों की आलोचना की थी। मायावति ने ये दावा किया था कि जब भी बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती है, तो उनके वोट साझेदार को मिल जाते हैं, किन्तु इसका उलटा नहीं होता है।
सपा को हुआ था फायदा
मायावती ने कहा था कि इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोबल पर भी फर्क पड़ता है। जिसके कारण हमने अगले साल अकेले ही संसदीय चुनाव अकेले लड़ने का फैसला लिया है। बसपा सुप्रिम ने अपनी पार्टी के नेताओं से ‘सर्व समाज’ के बीच आधार बढ़ाने के लिए गांवों में छोटी कैडर-आधारित बैठकें आयोजित करके पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करने के लिए कहा था।
बसपा ने इससे पूर्व उत्तर प्रदेश और लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। बहुजन समाज पार्टी पिछले आम चुनाव सपा के साथ लड़ा था और लोकसभा की 10 सीटों पर उनके उम्मीदवार जीते थे।
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